C Programming Tutorial in Hindi

C Programming Tutorial in Hindi के इस tutorial हम बात करेंगे C Programming History की और समझेंगे की C programming क्या है और C programming सीखना क्यों जरूरी है.

मैं ये आशा करता हूँ की आप इस tutorials series को step by step follow करके programming core concepts को अच्छे से समझ कर C programs बना पाएंगे.


C Programming Language क्या है?

C programming language क्या है ये जानने से पहले हमें ये पता होना जरूरी है की computer programming language क्या होती है. 

जैसे हम humans आपस में बातचीत करने के लिए हिंदी, इंग्लिश किसी अन्य language का उपयोग करते हैं ठीक ऐसे ही computer से communicate करने के लिए हम programming languages का use करते हैं.

जैसे humans language में कुछ set of rules होते है जिनका use करके हम आपस में communicate  करते हैं ठीक ऐसे ही सभी computer programming languages में कुछ set of rules होते हैं जिन्हें हम syntax कहते हैं. 

इसी programming syntax को follow करके हम computer से कोई specific task के लिए  instructions देते हैं यानी computer programs बनाते हैं.  

C भी एक structured-oriented (procedural), middle-level और बहुत ही popular computer programming language है.


C Programming को Structured या Procedural Language क्यों कहते है?

C Programming को Structured या Procedural Language इसलिए कहते क्योंकि इसमें हम अपने complex program को छोटे-छोटे blocks (modules) में  divide कर देते हैं और इन blocks को हम functions कहते हैं.


C Programming को Middle Level Language क्यों कहते है?

C language भी low-level langauge की तरह direct memory access कर सकती है. इसके अलावा C में high-level language की तरह user friendly features भी होते हैं जैसे की functions.

Low level और high level यानी के दोनों के features होने की वजह से C programming को हम middle-level language कहते हैं.


C Programming History in Hindi

साल 1960 के लगभग दो American computer scientist Dennis Ritchie और Ken Thompson AT&T Bell Labs में UNIX operating system बनाने पर काम कर रहे थे. 

उस समय ज्यादातर systems बनाने के लिए assembly language का use किया जाता था लेकिन उसमे एक problem ये थी की एक simple से task के लिए भी बहुत ज्यादा code करना पड़ता था. 

इसलिए Thompson ने UNIX के chip system PDA-7 को PDA-11 में change करते समय एक नई और advanced programming language बनाई जिसका उन्होंने नाम रखा B Language.

लेकिन जब उन्होंने UNIX chip system में B language का use किया तो उसमे कुछ compatibility issue आ गए और इसलिए Dennis Ritchie ने साल 1972 में एक नई और advanced programming language बनाई.

Dennis Ritchie
Dennis Ritchie

अब क्योंकि Dennis Ritchie ने B language से प्रभावित होकर और उसे follow करके ये नई language बनाई इसलिए उन्होंने इसका नाम C Language रखा.

इसके बाद C language की help से UNIX operating system को पूरी तरह से redesign किया गया यानी आप ऐसा कह सकते हो की UNIX OS को बनाने के लिए C language का invented किया गया.

UNIX operating system के अलावा Oracle database, MySQL, PHP, Linux kernel और almost सभी major operating system को बनाने में C language का उपयोग किया गया है.


C Programming Language सीखना क्यों जरूरी है?

बहुत से students इस बात को लेकर बहुत ज्यादा confuse रहते हैं की जब बहुत सी programming languages C language से ज्यादा productive हैं जैसे की java, python etc.

फिर भी बहुत से schools और universities में जो programming language सबसे पहले पढ़ाई जाती है वो C language ही क्यों है.

दोस्तों इसका कारण ये की C programming दूसरी अन्य languages के लिए base है यानी ज्यादातर नई languages जैसे C++, Java, PHP, JavaScript ने C language के syntax और features को directly और indirectly उपयोग किया है.

इसलिए C language सबसे पहले सीखने से students को ये फायदा होता की उन्हें दूसरी languages सीखने में आसानी होती है और इसलिए C को mother language कहा जाता है.


C Programming Language सीखने का सही तरीका

C programming introduction पढ़ने के बाद आप ये तो समझ ही गये की C programming एक computer language है जिसमें grammar की तरह कुछ set of rules हैं जिन्हें आपको code करते वक्त follow करना ही होता है.

अब अगर मैं आपसे पूछूं की क्या आपने grammar को एक ही दिन में या 1-2 classes लेकर सीख लिया था तो आपका जबाब 100% होगा नहीं क्योंकि grammar के सभी rules (syntax) को एक ही दिन में सीखना बहुत ज्यादा मुश्किल है.

ठीक इसी तरह C language सीखने के लिए आपको थोड़ा धैर्य रखना होगा क्योंकि शुरू के 3-4 tutorials में आपको सिर्फ theory मिलेगी जिसमें आपको c programming के basics और syntax के बारे में बताया जाएगा.

जब आपको c programming का basics और उसका syntax समझ आ जाएगा तब हम कुछ practical शुरु करेंगे.